सुधी पाठकों के हाथों सौंपी गई पहली कविता संग्रह इन दस-पंद्रह सालों में एक नए कविता-संग्रह की उत्कृष्टता स्थापित की है। यह संग्रह मधुर और कड़वे सत्यों से भरा हुआ है, जो कवि ने अपने अनुभवों के माध्यम से साझा किए हैं। इसमें उनकी आत्मा की कुछ किरणें हैं, जो विचारशीलता और संवेदनशीलता के साथ रूपांतरित होती हैं। बचपन से ही किताबों के प्रति उनका प्रेम, पिताजी के संघर्ष और आत्मा के साथ संवाद को छूने वाले अनुभवों का सफल वर्णन है। जीवन के 75वें वर्ष में कुछ अमृत बूंदे भी संकलित है इस पुस्तक में, जो आपको रंगीनी भूमिकाओं में ले जाता है। इस पुस्तक से मिलने वाली कविताएं अपनी अद्वितीयता में समृद्धि और आधुनिकता का संदर्भ प्रदान करती हैं।